मानव समाज तथा पशु समाज में अंतर4
1-मानव समाज मैं बोलने ,सोचने, समझने की शक्ति होती है जबकि पशु समाज में यह सकती नहीं होती है 2-मानव समाज की अपनी एक संस्कृति होती है जबकि पशु समाज की अपनी कोई संस्कृति नहीं होती है
3-मानव समाज की अपनी एक भाषा होती है जबकि पशु समाज की अपनी कोई भाषा नहीं होती है
4-मानव समाज भविष्य की चिंता करता है जबकि पशु समाज भविष्य की चिंता नहीं करता है यह वर्तमान में जीता है
5-मानव समाज के जीवन जीने का कोई ना कोई उद्देश्य अवश्य होता है जबकि पशु समाज का जीवन जीने का कोई उद्देश्य नहीं होता है
6- मानव समाज में खानपान ,पहनावे तथा रहने के लिए निवास स्थान होते हैं जबकि पशु समाज में यह सब नहीं होते हैं
7-मानव अपने दोनों पैरों पर सीधा खड़ा हो सकता है और वह अपने दोनों हाथों से विभिन्न कला संस्कृति और नवीन तकनीकी का निर्माण करता है जबकि पशु में यह गुण नहीं पाई जाती हैं
8-मानव का व्यवहार विभिन्न सामाजिक नियमों, सिद्धांतों के द्वारा नियंत्रित होता है जबकि पशुओं का व्यवहार मूल प्रवृत्तियों द्वारा नियंत्रित होता है
9- मानव समाज में श्रम विभाजन पाया जाता है जबकि पशु समाज में श्रम विभाजन नहीं पाया जाता है हालांकि चीटियों तथा मधुमक्खियों आदि में सीमित श्रम विभाजन पाया जाता है
10-मानव समाज में लिंग भेदभाव पाया जाता है जबकि पशु समाज में यह नहीं पाया जाता है
11- मानव समाज में परिवर्तनशीलता एवं जटिलता का गुण पाया जाता है जबकि पशु समाज में यह गुण नहीं पाया जाता है
12- मनुष्यों की शारीरिक संरचना में अधिक अंतर नहीं होता है मनुष्यों की शारीरिक संरचना लगभग समान होती है जबकि पशुओं में ऐसा नहीं होता है शेर, हाथी घोड़ा आदि की शरीर संरचना में काफी अंतर पाया जाता है
13- मानव में स्मरण शक्ति होती है जबकि पशुओं में लगभग नहीं के बराबर होती है
14- मानव में मानसिक योग्यताएं पशु की अपेक्षा काफी अधिक होती हैं
15मानव में शारीरिक बल पशुओं की अपेक्षा कम होता है
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