मास्क,सामाजिक दूरी,सैनिटाइज,साबुन -पानी मानव के जीवन रक्षक कवच

कर्ण के  पास जिस प्रकार कवच और कुंडल उसके जीवन रक्षक  थे उसी प्रकार कोरोना संक्रमण काल में मानव जीवन के रक्षक कवच मास्क,सैनिटाइज,सामाजिक दूरी, साबुन पानी से समय-समय पर हाथ साफ रखना जीवन का  अभिन्न अंग लंबे समय तक रह सकते हैं विद्यालयों पब्लिक पैलेस यातायात में प्रत्येक व्यक्ति को यूनिफार्म में मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया जाएगा हम सभी को अब और अधिक सतर्क होने की जरूरत है क्योंकि सरकार ने  संकेत दिए हैं कि कोविड 19 का संक्रमण लंबे समय तक रह सकता है भारतीय को अपनी दिनचर्या में इन कवच और कुंडलओं  की आदत बना लेनी चाहिए अब तक हम जान चुके हैं कि कोरोना से निपटना आसान नहीं है सरकार भी अब धीरे-धीरे जीवन को पटरी पर लाना चाह रही है  जिस व्यक्ति को अति आवश्यक बाहर निकलना है इन रक्षक कवच के साथ ही बाहर निकलें यदि सरकार लॉक डाउन खोल भी देती है तो असली परीक्षा तो तभी चालू होगी हम सभ्यता और अनुशासन का परिचय देकर ही कोरोना को मौत दे सकते हैं परिवार और  स्वयं के जीवन की डोर हमारे ही हाथ में है दिल्ली में कोरोना से हुई पुलिस वाले की मौत से संबंधित उसके साथी की ऑडियो वीडियो से ही हमें सीख ले लेनी चाहिए की देश में कितने स्वास्थ्य सुविधाओं से संबंधित अच्छे संसाधन हैं आप जितने सतर्क रहेंगे अपने परिवार और देश के लिए उतने ही अच्छे रिजल्ट दे पाओगे  आप समझ सकते हो कि स्वास्थ्य कर्मी,पुलिसकर्मी,सफाई कर्मी या अन्य जो कोरोना योद्धा है सभी सुविधाएं होने के बावजूद संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना वायरस कितना घातक है, सरकार धीरे-धीरे सभी क्षेत्रों में ढील देती रहेगी लेकिन जिस प्रकार शराब की दुकानों पर अफरा तफरी देखने को मिली है उतनी तो देश में राशन की दुकानों पर भी देखने को नहीं मिली इस प्रकार की परिस्थितियां माहौल को सुधारने की जगह और बदतर ही बनाएंगे आये दिनों कोरोना योद्धाओं के साथ दुर्व्यवहार के केस बढ़ रहे हैं यदि हम इनका मान सम्मान और उत्साहवर्धन नहीं कर सकते हैं तो इनका मनोबल भी ने तोड़े यदि कोरोना योद्धाओं का मनोबल टूट गया तो समझ लीजिए आपके जीवन की डोर को टूटते हुए फिर कोई नहीं बचा सकता जीवन अनमोल है, इसलिए जीवन रक्षक कवचो  एवं सरकार के दिशा निर्देशों का पूर्ण इमानदारी निष्ठा के साथ पालन कर पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति सभ्यता का लोहा मनवाया

Comments

Popular posts from this blog

भारत में समाजशास्त्र का उद्भव एवं विकास( Growth and Development of sociology in India)

प्रभावशाली शिक्षण में शिक्षक की भूमिका

समाजशास्त्र का क्षेत्र (scope of sociology) 11