कोरोना

कोरोना ने मचाया है कोहराम
राम का नाम लेकर घर में करो आराम
कोरोना राम और रहीम मैं नहीं करता है कोई अंतर
लेकिन आपको रखना है दो मीटर का अंतर
तभी सांसे रह पायेगी तुम्हारे अंदर
कोरोना को हटाना है दुनिया से तो
हौसलों को रखो जिंदा
बाहर जाने पर मास्क को हटने ने देना
हाथ साफ बराबर करते रहना
नहीं तो कोरोना दुनिया से हटा देगा तुमको
कोरोना के कालचक्र में
जिसने अपने आपे को रखा है चंगा
वही रख पाएगा अपने आपे को जिंदा
बेवजह बाहर न निकलना
देखा है मैंने अपनों से दूर भागते
कोरोना के भय से कितनों को
भागना नहीं दूर,बनाकर दो मीटर की दूर
सहनशीलता का परिचय देकर
कोरोना को दूर करने में,अपनों की करनी है मदद
संस्कारों को रख जिंदा
बिंदास रख संबंधों को अपनों से
सब मिलकर ही कोरोना को
सबक हम सिखाएंगे
खिसकेगा कोरोना दुनिया से
साहस एवं हौसलों को रखना है उचा
तभी दिखा पाएंगे कोरोना को हम नीचा
फिर वही पुरानी दुनिया होगी
गली मोहल्लों बाग बगीचों में
वही चहल पहल होगी
कानों में मधुर ट्रेनों की वह आवाजें होंगी
पीठ पर बैग लादकर
बच्चों की विद्यालयों के लिए भागदौड़ होगी
रख सबर अभी और तू


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