नशा मुक्ति समाज के लिए जागरूकता अभियान
नशा मुक्ति समाज के लिए जागरूकता अभियान चलाकर लिख रहे हैं नया अध्याय
उम्मीद संस्था के संस्थापक एवं संयोजक डॉक्टर देवेंद्र कुमार नागर बताते हैं कि क्षेत्र में जब से जमीनों का मुआवजा मिलने लगा है युवाओं का रुझान नशे की तरफ होने लगा था डॉक्टर देवेंद्र कुमार नागर ने गांव में चौपाल लगाकर अब तक हजारों युवाओं को नशे की गिरफ्त से मुक्त करा चुके हैं अब वह युवा उम्मीद संस्था के सदस्य बनकर गुर्जर समाज को नशा मुक्त समाज बनाने की मुहिम में लगे हुए हैं उम्मीद संस्था से जुड़े प्रधानाचार्य जागेश कुमार जी से बात होती हैं तो वह बताते हैं कि उम्मीद संस्था विद्यालयों में जाकर बच्चों को नशे से होने वाली बीमारियों के विषय में बताते हैं और जीवन में नशा न करने के लिए सभी को शपथ दिलाते हैं उम्मीद संस्था लगभग पिछले15 वर्षों से विद्यालयों तथा गांव में अभियान के माध्यम से एक लाख लोगों को नशा न करने की शपथ दिला चुके हैं अभियान का क्षेत्र में असर यह है कि युवा नशा छोड़ कर शिक्षा के क्षेत्र में परचम लहरा रहे हैं डॉक्टर देवेंद्र कुमार नागर बताते हैं बच्चों को व्यस्त रखने के उद्देश्य से गांव में 15 वर्ष पहले 50 बच्चों की क्षमता का भव्य पुस्तकालय गांव वासियों के सहयोग से खोल चुके हैं आसपास के क्षेत्र में दुजाना पुस्तकालय प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है जिसको देखकर आस-पास के गांव में भी अपने बच्चों के लिए पुस्तकालयों का निर्माण किया जा रहा है जो शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांति का रूप है मास्टर ब्रहम सिंह नागर बताते हैं कि नशा किसी भी प्रकार का हो वह बहुत बुरा होता है यह एक सामाजिक बुराई है इसे जितनी जल्दी समाप्त किया जा सकता है सभी को मिलकर समाज से समाप्त करने में सहयोग करना चाहिए तभी हम अपने गांव ,समाज, देश को विश्व गुरु बना सकते हैं उम्मीद संस्था की नशा मुक्त समाज से प्रेरित होकर लोग इससे जुड़ रहे हैं सक्रिय सदस्यों में ऋषभ जैन ,प्रियंका जैन ,रीना सिंह, संजीव मुकदम ,अग्निवेश दरोगा, मास्टर ब्रहम सिंह नागर ,तेजवीर नागर, जयपाल सिंह नागर, राजकुमार रूपबास ,अजीत प्रधान रूपबास, मास्टर भूपेंद्र नागर बंबावड़, अजब सिंह नागर ,महेंद्र प्रधान बादलपुर, मास्टर उदय नागर आदि सदस्य सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं
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