समाज तथा एक समाज में अंतर7

1-समाज अमूर्त होता है जबकि एक समाज मूर्त होता है
2-समाज का स्वरूप विशाल एवं विस्तृत होता है जबकि एक समाज अपेक्षाकृत सीमित वह छोटा होता है
3-समाज की कोई भौगोलिक सीमा निर्धारित नहीं होती है जबकि एक समाज की भौगोलिक सीमाएं निश्चित होती हैं
4-समाज अत्यधिक जटिल एवं अधिक स्थाई होता है जबकि एक समाज अधिक सरल एवं परिवर्तनशील होता है
5-समाज में बहुत संस्कृति होती है जबकि एक समाज में एक ही संस्कृति होती है
6-समाज में सदस्यों के व्यवहारों ,मनोवृति,  क्रियाओं का एक जैसा होना आवश्यक नहीं है जबकि एक समाज के सदस्यों में समानता ओं का कुछ न कुछ सीमित तक होना आवश्यक है
7-समाज मनुष्य के मध्य संबंधों की व्यवस्था है जबकि एक समाज लोगों का समूह है

Comments

Popular posts from this blog

भारत में समाजशास्त्र का उद्भव एवं विकास( Growth and Development of sociology in India)

प्रभावशाली शिक्षण में शिक्षक की भूमिका

समाजशास्त्र का क्षेत्र (scope of sociology) 11